Reminiscences of a Stock Operator (Hindi)
रेमिनिसेंस ऑफ़ ए स्टॉक ऑपरेटर एक सम्मोहक कहानी है जो २० वीं शताब्दी के शुरुआत में वॉल स्ट्रीट में सट्टेबाजी की भावना का दिलचस्प अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।
एडविन लेफ़ेवर की वर्ष १९२३ में लिखी यह पुस्तक एक प्रभावी और रहस्यमय स्टॉक ट्रेडर जेसी लिवरमोर के जीवन व दौर के वृतांत का अर्ध- आत्मकथात्मक वर्णन है।
भले ही इसे काल्पनिक कार्य के रूप में पेश किया है लेकिन इसमें जो अनुभव और सबक़ दिए गए हैं वो ट्रेडिंग जीवन की वास्तविकताओं में गहरे पैवस्त हैं, जो इसे वित्तीय पेशेवरों और प्रशंसकों के बीच समान रूप से स्वीकार्य बनाते हैं।
लेफ़ेवर अपने आकर्षक लेखन और शानदार अवलोकन द्वारा उस मनोवैज्ञानिक संघर्ष, रणनीतिक चतुराई और भावनात्मक उतार-चढ़ाव की छानबीन करते हैं जो स्टॉक ट्रेडिंग के जगत को परिभाषित करता है। पुस्तक के मुख्य पात्र की नौसिखिया स्पेक्यूलेटर से माहिर ट्रेडर बनने तक की यात्रा में बाज़ार के गति विज्ञान और ट्रेडर की मानसिकता का सार समाहित है। इसके हर पृष्ठ मेंशीर्ष कालातीत ज्ञान, जोख़िम और लालच के कारणों की तलाश तथामानव व बाज़ार के बीच के अनंत संघर्षकी पड़ताल है।
जिसे भी वित्त की जटिलताएं मोहित करती हैं, या जो बाज़ार में उतार-चढ़ाव लाने वाली शक्तियों को समझना चाहता है, उन्हें 'रेमिनिसेंस ऑफ़ ए स्टॉक ऑपरेटर' में न केवल वित्त के बीते युग की झलक मिलती है बल्कि ऐसा कालातीत बोध भी मिलता है जो आज के बाजारों में भी उतना ही प्रासंगिक है जितना लिवरमोर के दौर में उनके लाए तेज़ी व मंदी के चक्रों में था। यह पुस्तक केवल वित्तीय वृतांत नहीं है; यह ऐसा असाधारण वर्णन है जिससे अनेक सबक़ मिलेंगे कि बाज़ार और जीवन पर किस तरह विचार करें।